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मानवता जिन्दा लांछन हिंदी कविता वसुत्व विश्वास काम वसुन्धरा सहधर्मिणी ज़िन्दगी अनुभव परछाई आशियाना हूँ मैं जिन्दा एहसास रखें

Hindi वसुत्व जिन्दा Poems